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बिना PhD के कैसे बनें सरकारी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर? जानें क्या है नया नियम

हाल ही में, भारत सरकार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब पीएचडी की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है, जिससे जो लोग पीएचडी नहीं कर चुके हैं, वे भी इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। यहाँ इस बदलाव की पूरी जानकारी दी गई है:

नई नियमों के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए क्या आवश्यक है?

  1. UGC NET पास करना:
    • अब असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए न्यूनतम योग्यता के रूप में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (UGC NET) पास करना होगा। इसका मतलब है कि आपको UGC NET परीक्षा पास करनी होगी।
    • UGC NET परीक्षा हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाती है।
  2. UGC NET की परीक्षा:
    • UGC NET परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) मिलती है और वे NET सर्टिफिकेट प्राप्त करते हैं। इस सर्टिफिकेट के आधार पर आप असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  3. PhD के लिए नया नियम:
    • UGC ने ग्रेजुएशन के चार साल वाले प्रोग्राम के तहत डुअल डिग्री लॉन्च की है। इसके तहत 4 वर्षीय ग्रेजुएशन डिग्री वाले छात्र अब सीधे पीएचडी कर सकते हैं, बशर्ते उन्होंने 75% अंक प्राप्त किए हों।

क्या है UGC NET?

  • UGC NET परीक्षा: यह परीक्षा एक सामान्य परीक्षा है, जो उच्च शिक्षा में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने और जर्नल रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्राप्त करने के लिए आयोजित की जाती है। इसमें पास होने के बाद आप पीएचडी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
  • परीक्षा की संरचना: UGC NET परीक्षा में दो पेपर होते हैं – पहला पेपर सामान्य ज्ञान और दूसरा पेपर विशेष विषय पर आधारित होता है।
  • सर्टिफिकेट और फेलोशिप: परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को NET सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, और 75% से अधिक अंक प्राप्त करने पर JRF मिलता है।

असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की प्रक्रिया:

  1. UGC NET परीक्षा पास करें: सबसे पहले आपको UGC NET परीक्षा पास करनी होगी।
  2. सर्टिफिकेट प्राप्त करें: परीक्षा में सफलता के बाद NET सर्टिफिकेट प्राप्त करें।
  3. भर्ती के लिए आवेदन करें: जब असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए विज्ञापन जारी हो, तो अपनी योग्यता और NET सर्टिफिकेट के आधार पर आवेदन करें।

नोट:

  • UGC की वेबसाइट: अधिक जानकारी और नियमों के अपडेट के लिए UGC की आधिकारिक वेबसाइट (ugc.gov.in) पर जाएं।

इस बदलाव के साथ, अब पीएचडी की अनिवार्यता समाप्त होने से अधिक उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकेंगे, और इससे शिक्षा क्षेत्र में संभावनाएं और बढ़ेंगी।

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